पटियाला हाउस की घटना पर मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब, भेजा नोटिस
नई दिल्लीः राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पटियाला हाउस अदालत घटना पर केन्द्रीय गृहसचिव, मुख्य सचिव और दिल्ली पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किए हैं। आयोग ने इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताते हुए एक सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है।
आयोग ने कहा कि मानवाधिकारों का यह उल्लंघन बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हुआ जो कथित रूप से मूकदर्शक बने रहे। आयोग का कहना था कि इसे ड्यूटी में कोताही माना जाना चाहिए।
गौतरलब है कि पटियाला हाउस के समीप सोमवार को और बुधवार को जेएनयू के छात्रों, अध्यापकों व पत्रकारों के साथ मारपीट किए जाने के बाद मामला गरमा गया था। आरोप है कि भारत माता की जय के नारे लगाते हुए आरोपी हमलावर वहां पहुंचे और उन्होंने छात्रों के साथ पत्रकारों पर हमला कर दिया। मारपीट के दौरान कुछ पत्रकारों के मोबाइल फोन भी तोड़ दिए गए थे।उन्होंने महिला पत्रकारों को धमकी भी दी. पुलिस मारपीट के आरोपी बीजेपी विधायक को मेडिकल टेस्ट के लिए ले गई है. उन पर केस भी दर्ज किया जा सकता है.
बीजेपी विधायक ओपी शर्मा और उनके समर्थकों पर छात्रों और महिला पत्रकारों से बदसलूकी का आरोप लगा है. पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर विधायक के समर्थक नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने 'आज तक' की रिपोर्टर अनुषा सोना और पूनम शर्मा के भी फोन छीन लिए और उन्हें कोर्ट से बाहर कर दिया.
आयोग ने कहा कि मानवाधिकारों का यह उल्लंघन बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हुआ जो कथित रूप से मूकदर्शक बने रहे। आयोग का कहना था कि इसे ड्यूटी में कोताही माना जाना चाहिए।
गौतरलब है कि पटियाला हाउस के समीप सोमवार को और बुधवार को जेएनयू के छात्रों, अध्यापकों व पत्रकारों के साथ मारपीट किए जाने के बाद मामला गरमा गया था। आरोप है कि भारत माता की जय के नारे लगाते हुए आरोपी हमलावर वहां पहुंचे और उन्होंने छात्रों के साथ पत्रकारों पर हमला कर दिया। मारपीट के दौरान कुछ पत्रकारों के मोबाइल फोन भी तोड़ दिए गए थे।उन्होंने महिला पत्रकारों को धमकी भी दी. पुलिस मारपीट के आरोपी बीजेपी विधायक को मेडिकल टेस्ट के लिए ले गई है. उन पर केस भी दर्ज किया जा सकता है.
बीजेपी विधायक ओपी शर्मा और उनके समर्थकों पर छात्रों और महिला पत्रकारों से बदसलूकी का आरोप लगा है. पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर विधायक के समर्थक नारेबाजी कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने 'आज तक' की रिपोर्टर अनुषा सोना और पूनम शर्मा के भी फोन छीन लिए और उन्हें कोर्ट से बाहर कर दिया.
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