विषय – चुनाव में आपके द्वारा घोषित किये गये 56 इंच हौसला के सम्बन्ध में महोदय, आपको में अवगत कराना चाहता हूँ कि चुनाव के दौरान 56 इंच सीने वालों में हौसला होता है , कुछ करने की ताकत होती है मुझे जानकर अच्छा लगा कि आप कुछ करना चाहते हैं लेकिन अभी तक आप के द्वारा किये गये कार्य केवल पूंजीपतियों को लाभ देने वाले हैं गरीबों के लिए आप द्वारा कोई सुधारात्मक कदम नही लिया गया है हो सकता है इस के लिए आपके कम पढ़े लिखे मंत्री जिम्मेदार हों और आपकी मजबूरी भी हो सकती कि अच्छी योग्यता वालों की जगह हारे हुए लोग प्रमुख पदों पर बैठा दिए जाने से ऐसा हुआ हो | मगर आपका सफ़र चाय की दूकान से उठा है तो आम आदमी के लिए आपसे ये निम्न आशाएं रखना जरूरी हैं (1) आप की शिक्षा मंत्री शिक्षा सुधार , तिरंगा सभी विश्वविद्यालय में लगाने की घोषणा करती हैं अच्छी वात है मगर एकसमान शिक्षा व्यवस्था लागू करने का निर्णय कब लिया जाएगा | (2) सम्पूर्ण देश में मजदूरी एकसमान होनी चाहिए और जब कर्मचारी को जिस कारण महगाई भत्ता दिया जाता है उसी कारण से मजदूरों की मजदूरी में महंगाई भत्ता शामिल आपका 56 इंच का सीना कब करेगा (3) जाति निरपेक्षता के कठोर क़ानून कब लागू होंगे (4) देश में आरक्षित सीटों के खाली पद कब तक 56 इंच का सीना भरेगा (5) दलित हित की वात करना अच्छी रणनीति है मगर प्रोमोशन में आरक्षण का विल कब पारित होगा ? (6) रेलवे में आपने किराया बढ़ाया मगर सामान्य श्रेणी के कोच की संख्या अभी तक नही बढी आपका 56 इंच का सीना कब निर्णय लेगा (7) स्वास्थ्य बजट को पिछले सरकार में कम कर दिया गया उसमें वृद्धि कब होगी (8) चीन हर क्षेत्र में वृद्धि कर रहा है ..उसके यहाँ शोध तेजी से हो रहे हैं इंजीनिरिंग के नए शोध वहा हो रहे हैं ..अपने देश भारत में ये शोध के लिए सरकार कब जागेगी (9) क्यों नोबेल पुरस्कार विजेता ने हमारी विज्ञान कांग्रेस पर नकारात्मक टिप्पड़ी की (10) शंकर्विघा , बाथेपुर , बाथानीतोला आदि ऐसे नरसंहार काण्ड के हत्यारे कौन है ऐसे दलितों के हत्याकांड के दोषियों को खोजने के लिए राष्ट्रीय आयोग कब गठित होगा (11) सरकारी बैंक से जो कारपोरेट ने पैसा लूट रखा है वो कर्जा वसूलने की प्रक्रिया कब शुरू होगी महोदय प्रथम पत्र में आपसे ये कुछ वातों को समझने और उनपर परिणाम आधारित व्यवस्था की उम्मीद रखता हूँ ..इस देश में नेताओं को फेंकने वाला , फेंकू , इतिहास भूगोल का ज्ञान न रखने वाला , इत्यादि नकारात्मक जुमलों से नवाजा जाता है क्योंकि पिछले नेताओं की ये आदत रही है ..आशा है नेता शब्द को आप सार्थक परिभाषा अपने कार्यों से देंगे जय भीम