Quantcast
Channel: বাংলা শুধুই বাংলা
Viewing all articles
Browse latest Browse all 1191

जिन्हें भी यह निवेदन मतलब का लगे,उनके लिए! हस्तक्षेप के संचालन में छोटी राशि से सहयोग दें

Next: अब हमारे पास जंजीरों को खोने के सिवाय खोने को कुछ भी नहीं है।अब नहीं तो कभी नहीं। हम साथ साथ हैं और हम पीछे मुड़कर भी नहीं देखेंगे जब तक हम देश जोड़कर हालात न बदल दें! फासीवादी निरंकुश सत्ता के मुकाबला के लिए साझा मोर्चा जरुरी है,हर शख्स जो बजरंगी नहीं है,इसे समझने लगा है और लड़ाई का प्रस्थानबिंदू यही है। पलाश विश्वास
Previous: स्टींग के झाग का इस फाग में कोई काम नहीं..सारारारा! सत्ता दल की बढ़त है।लेकिन कांग्रेस के समर्थन की बदौलत जो बहुत उसे मिलता रहा है,वह 45 फीसद भी नहीं है। बंगाल में अब कांग्रेस वामपक्ष के साथ है और वाम पक्ष का चरम दुर्दशा में भी वोट चालीस फीसद के आसपास है। एक के खिलाफ एक उम्मीदवार की रणनीति के तहत वाम कांग्रेस गठबंधन 45 फीसद से कम समर्थन से खिसक रहे सत्तादल के लिए सीधे मुकाबले मेंं बहुत बडी चुनौती है,जबकि भाजपा वोटों का सोलह फीसद का गुब्बारा पांच से शून्य तक पिचक जाने का नजारा है। बंगाल में सनसनी के विकल्प से शार्टकट में वापसी का रास्ता चुनने की भूल न करें विपक्ष तो बेहतर! बेहतर हो कि जिन मुद्दों को लेकर सत्ता बेनकाब है,जनगण के जीवन आजीविका के उन्हीं मुद्दों को लेकर राजनीतिक विमर्श में ही लौटें कामरेड! एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
$
0
0

जिन्हें भी यह निवेदन मतलब का लगे,उनके लिए!

हस्तक्षेप के संचालन में छोटी राशि से सहयोग दें

पलाश विश्वास
18 मई का शुभ मुहूर्तअब आने ही वाला है,जब मुझे वातानुकूलित पशेवर पत्रकारिता के 36 साल लंगे जीवन को अलविदा कहकर सीधे सड़क पर आना है।
अब उसकी तैयारियां जोरों पर हैं।
सेवानिवृत्ति से पहले भारत तीर्थ के दर्शन के लिए सविता के साथ आज दोपहर तीन बजे घर से निकल रहा हूं और वापसी का टिकट 28 का है।मोबाइल पर मैं लिखता नहीं हूं।कहीं किसी मित्र का पीसी मिला रास्ते में तो दुआ सलाम होगी वरना इस अवधि में आपकी नींद में मैं खलल नहीं डालुंगा।
आगे लंबी लड़ाई है।
बंगाल के साथियों ले संगठनात्मक पर हस्तक्षेप के साथ खडे होने का वादा किया है और हम इसे बांग्ला मे बहुत जल्दी कोलकाता से भी शुरु करेंगे।
महाराष्ट्र के साथियों से भी सकारात्मक जवाब मिला है और पंजाब से बड़ी उम्मीद है।
यही उ्मीद देश के बाकी हिस्सों से ,बाकी साथियों से है।
हम आपसे न्यूनतम सहयोग चाहते हैं ताकि लोकतंत्र बहाल रखने के लिए जनसुनवाई का सिलसिला हम हर भारतीय भाषा में शुरु कर सकें।
चूंक लगभग एक पखवाड़े तक हमारे कहे लिखे से आपको आराम है तो हम आपसे निवेदन करते हैं कि पे पाल के जरिये तुरंत आनलाइन अपना सबसक्रिप्शन हस्तक्षेप के लिए भेज दें।
The worst illiterate is the political illiterate, he doesn't hear, doesn't speak,

-- 

Pl see my blogs;


Feel free -- and I request you -- to forward this newsletter to your lists and friends!

--
Pl see my blogs;


Feel free -- and I request you -- to forward this newsletter to your lists and friends!

Viewing all articles
Browse latest Browse all 1191