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'চোর বললে গায়ে লাগে', অ্যাটাকিং মেজাজে মমতা अमित शाह के हस्तक्षेप से दीदी को राहत और भवानीपुर में कोई मुकाबला है नहीं बाकी बंगाल जीतने के लिए दीदी को मदद, अमित शाह की अगुवाई में भाजपा ने वोट भी कम काटे नहीं हैं।नतीजा फिर भी अधर में है। पार्क सर्कस में एक ही माला में गूंथ दिये गये बुद्धदेव और राहुल गांधी इस समीकरण को आखिरी मौके पर बदल नहीं सकते हालांकि बाकी दो चरणों में सत्तादल को अभी और कड़ी चुनौती मिलना तय है। दावों और चुनौतियों के बारे में रिजल्ट तो 19 मई को ही निकल पायेगा लेकिन मान लें कि अब आर पार की लड़ाई है और सत्तापक्ष या विपक्ष को कोई बहुमत अभी मिला नहीं है।वरना इतनी हिंसा,इतनी दहशत और एक एक इंच के लिए लड़ाई नहीं होती। एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास हस्तक्षेप

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'চোর বললে গায়ে লাগে', অ্যাটাকিং মেজাজে মমতা

अमित शाह के हस्तक्षेप से दीदी को राहत  और भवानीपुर में कोई मुकाबला है नहीं

बाकी बंगाल जीतने के लिए दीदी को मदद, अमित शाह की अगुवाई में भाजपा ने वोट भी कम काटे नहीं हैं।नतीजा फिर भी अधर में है।

पार्क सर्कस में एक ही माला में गूंथ दिये गये बुद्धदेव और राहुल गांधी इस समीकरण को आखिरी मौके पर बदल नहीं सकते हालांकि बाकी दो चरणों में सत्तादल को अभी और कड़ी चुनौती मिलना तय है।

दावों और चुनौतियों के बारे में रिजल्ट तो 19 मई को ही निकल पायेगा लेकिन मान लें कि अब  आर पार की लड़ाई है और सत्तापक्ष या विपक्ष को कोई बहुमत अभी मिला नहीं है।वरना इतनी हिंसा,इतनी दहशत और एक एक इंच के लिए लड़ाई नहीं होती।


एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास

हस्तक्षेप

बांग्ला टीवी 24 घंटा चैनल की खबरों पर गौर करेंः

জোট আসছে সরকারে, কনফিডেন্ট রাহুল-বুদ্ধ দুজনেই, বঙ্গ রাজনীতিতে গড়ল ইতিহাস

জোট আসছে সরকারে, কনফিডেন্ট রাহুল-বুদ্ধ দুজনেই, বঙ্গ রাজনীতিতে গড়ল ইতিহাস

বাংলার রাজনীতির ইতিহাসে জুড়ে গেল আরও একটা তারিখ। পার্ক সাকার্সে একইমঞ্চে রাহুল গান্ধী-বুদ্ধদেব ভট্টাচার্য। তৃণমূলকে হঠাতে দুদল জোট গড়েছিল আগেই। আজ পূর্ণ হল বৃত্ত। একমঞ্চ থেকে লাল-তেরঙ্গার জোট সরকার গঠনের ডাক দিলেন বুদ্ধ-রাহুল।



भवानीपुर में वैसे भी कांग्रेस वाम गठबंधन का दीदी से कोई मुकाबला नहीं है।इस इलाके में बड़ी संख्या में सिखों और हिंदीभाषियों के वोटर हैं जो कांग्रेस के हक में नहीं हैं।भाजपा की यहां बढ़त रही है और आज डायमंड हार्बर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की चुनाव रैली से दीदी के पेट में तितलियां उड़ रही हैं,ऐसा नहीं कह सकते ।शाम को अमित शाह के भवानीपुर में नेताजी वंशधर भाजपा प्रत्याशी चंद्र कुमार बोस के हक में चुनाव सभा को संबोधित करने की खबर है।अमित शाह की भवानीपुर में होने वाली इस चुनावी रैली को काफी अहम माना जा रहा है. राष्ट्रीय स्तर के नेता अब तक भवानीपुर में ममता बनर्जी के खिलाफ प्रचार करने से दूर ही रहे हैं.


इसके उलट अमित शाह के हस्तक्षेप से दीदी को राहत मिली है कि वोटों का ध्रूवीकरण भवानी पुर में नहीं होना है और तिकोने मुकाबले में दीदी को हराना नामुमकिन हैं।बाकी बंगाल जीतने के लिए अमित शाह की अगुवाई में भाजपा ने वोटभी कम काटे नहीं हैं।नतीजा फिर भी अधर में है।


बहरहाल धार्मिक ध्रूवीकरण के मकसद से घुसपैठ रोकने का वायदा करके दीदी को अल्पसंख्यकों को वोट बटोरने का मौका दे दिया शाह ने।


अमित शाह ने बुधवार को दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी विकास के वादे भूल गईं। उनके शासनकाल में राज्य में एक भी नया उद्योग नहीं स्थापित हुआ बल्कि बंद हुए हैं। यहां उद्योग के नाम पर सिर्फ बम बनाने का कारखाना लगा है। यहां चहुंओर बम बनाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में उन्होंने बंगालमें परिवर्तन की नई लहर लाने का आह्वान किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि बंगालमें भाजपा की सरकार बनी तो बांग्लादेश से होने वाली घुसपैठ पर रोक लगेगी। एक भी घुसपैठिया बांग्लादेश से पश्चिमबंगालमें नहीं घुस पाएगा।


ভবানীপুরে দাঁড়িয়েই মমতাকে হারানোর ডাক দিলেন অমিত শাহ

By: ABP Ananda Web Desk | Last Updated: Wednesday, 27 April 2016 10:10 PM

ভবানীপুরে দাঁড়িয়েই মমতাকে হারানোর ডাক দিলেন অমিত শাহ

কলকাতা: মমতার গড় ভবানীপুরে দাঁড়িয়েই এবার মমতাকে হারানোর ডাক দিলেন অমিত শাহ। শনিবার দক্ষিণ কলকাতায় ভোট। তার আগে ভোট প্রচারের সভার জন্য তৃণমূলনেত্রীর কেন্দ্র ভবানীপুরকেই বেছে নেন বিজেপির সর্বভারতীয় সভাপতি। উপস্থিত জনতার উদ্দেশ্যে অমিত শাহ বলেন, আপনাদের বলছি, একটা সিট আমাদের দিন। ভবানীপুর দিন। তাতেই পরিবর্তন হয়ে যাবে।

সেখানে দাঁড়িয়েই উড়ালপুল বিপর্যয় থেকে সিন্ডিকেটের মতো ইস্যুতে মমতার সরকারকে আক্রমণ করেন তিনি। বলেন, উড়ালপুল ভেঙে পড়ল, মমতা বলছে সিপিএম শুরু করেছে। ৫ বছরে আপনি কী করলেন। ৭ বার রিভিউ করেছেন। কাজ করেছেন আপনার সিন্ডিকেটের লোকেরা।



उनकी सत्ता में वापसी होगी या नहीं,कहना मुश्किल है लेकिन उनकी मौजूदा मुख्यमंत्री हैसियत और हर मौके पर अपने वोटरों के साथ खड़े होते रहने के रिकार्ड के मुकाबले बहिरागत दीपा दासंमुशी या नेताजी वंशज चंद्र बोस के लिए उन्हें हराना संभव नहीं है।


पार्क सर्कस में एक ही माला में गूंथ दिये गये बुद्धदेव और राहुल गांधी इस समीकरण को आखिरी मौके पर बदल नहीं सकते हालांकि बाकी दो चरणों में सत्तादल को अभी और कड़ी चुनौती मिलना तय है।


गौरतलब है कि राजनीतिक भाईचारे का एक दुर्लभ दृश्य पेश करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को माकपा के अनुभवी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य के साथ मंच साझा किया। 'बंगालबचाने' के लिए कांग्रेस-वाम गठबंधन जिंदाबाद के नारों के बीच राहुल गांधी, बुद्धदेब भट्टाचार्य का हाथ पकड़े नजर आए। 'यह इतिहास में दुर्लभ दृश्य है' दोनों दलों के समर्थक गठबंधन के पक्ष में नारे लगा रहे थे, और इस दौरान भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में दो बार कहा 'प्रिय राहुल गांधी।'


दीदी ने दावा किया है कि उन्हें अब तक हुए चुनाव में बहुमत मिल गया है तो विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्र ने दो सौ सीटें जीत लेने का दावा किया है।पलटकर दीदी ने वाम कांग्रेस गठबंधन को महज बीस सीटें जीत कर दिखाने की चुनौती दी है।दावों और चुनौतियों के बारे में रिजल्ट तो 19 मई को ही निकल पायेगा लेकिन मान लें कि अब  आर पार की लड़ाई है और सत्तापक्ष या विपक्ष को कोई बहुमत अभी मिला नहीं है।वरना इतनी हिंसा,इतनी दहशत और एक एक इंच के लिए लड़ाई नहीं होती।


दीदी को घेरने का कोई बंदोबस्त वाम कांग्रेस गठबंधन नहीं कर पाया है और भवानीपुर में उनके फंसे न होने की वजह से बहुत फर्क पड़ने वाला है।दीदी के खेमे में उनके अलावा सिपाहसालार बहुत हैं लेकिन लड़ाई के मैदान में विपक्ष से लोहा लेने का जिगर किसी और में नहीं है।दीदी को भवानीपुर में घेर लेते तो मैदान में फिर दूसरा कोई नेता सत्तापक्ष का न होता जो इस कुरुक्षेत्र में चक्रव्यूह को तोड़ने का मंत्र जानता हो।दीदी पूरे बंगाल में दौड़ती रही हैं और घटती लोकप्रियता,शारदा से नारदा तक के विवादों की वजह से घटती साख के बावजूद तीखा तेवर बनाये हुए हैं और इससे सत्तापक्ष का मनोबल बहुत बुलंद है।यह परणनीति कारगर भी साबित हो सकती है।


गौरतलब है कि दीदी नारदा स्टिंग को अब झूठ साबित करने में वक्त जाया नहीं कर रही है और रिश्वतखोरी को अनुदान और चंदा साबित करने लगी हैं और फंसे हुए सांसदों,मंत्रियों,विधायकों और मेयरों का बचाव कर रही है और उनके समर्थक इससे बेहद खुश है।जबकि लोकसभा एथिक्स कमेटी और अदालती फैसले आने में अभी देर है।केंद्र सरकार शारदा की तरह नारदा मामले में जांच करवाने के लिए कोई जल्दबाजी नहीं कर रही है तो संसद में तृणमूल संघ परिवार का तरणहार है।


जाहिर है कि समर्थकों का हौसला बुलंद रखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर  फिर चुनाव आयोग और कांग्रेस-वाममोर्चा के चुनावी तालमेल पर तीखा वार किया। उन्होंने बंगालमें गठबंधन राज समाप्त होने का दावा किया और कहा कि कांग्रेस और माकपा, दोनों पार्टियां सूचना पट्ट में परिवर्तन हो जाएंगी। माकपा के राज्य सचिव सूर्यकान्त मिश्रा के जीत संबंधित दावे पर कटाक्ष करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बंगालमें गठबंधन नहीं टिकेगा। अब वाममोर्चा ही नहीं रहेगा। विधानसभा चुनाव के बाद माकपा और कांग्रेस सूचना पट्ट बन कर रह जाएगी।


हालांकि पश्चिम बंगालसे तृणमूल कांग्रेस को हटाने के उद्देश्य से कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य एक मंच पर आये। एक सुर से 'तृणमूल हटाओ, भाजपा हटाओ' का आह्वान करते हुए दावा किया कि पश्चिम बंगालमें अगली सरकार कांग्रेस व वामपंथी पार्टियों की बनेगी। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सारधा घोटाले में आम लोगों का पैसा लूटा गया। भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन ममता बनर्जी ने एक भी शब्द नहीं कहा। कोई कार्रवाई नहीं की. नरेंद्र मोदी व ममता ने रोजगार का वादा किया था, लेकिन वह वादा नहीं पूरा गया।


पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा के वयोवृद्ध नेता बुद्धदेब भट्टाचार्य और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पश्चिम बंगालसे ममता बनर्जी सरकार को हटाने और राज्य को बचाने का बुधवार को आह्वान किया। यहां पार्क सर्कस मैदान में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल और बुद्धदेब ने कहा कि बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस-वाममोर्चा गठबंधन राज्य में सत्ता में काबिज होगा। भट्टाचार्य ने कहा, "आप इस गठजोड़ का महत्व अच्छी तरह समझ सकते हैं। देश के राजनीतिक इतिहास में यह एक दुर्लभ गठजोड़ है।"


वैसे अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंदेर मोदी के नख्शेकदम पर दीदी के राजकाज को निशाना बांधा और भाजपा वोटरों को यकीन दिलाया कि भाजपा ही एकमात्र विकल्प है तो दीदी के शासनकाल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।लेकिन अमित शाह के इन अतुल्य बोल का दीदी की सेहत पर कोई बुरा असर बी होने नहीं वाला है।


बहरहाल पश्चिम बंगालमें पांचवें चरण के चुनाव से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और माकपा-कांग्रेस गठजोड़ पर हमला किया। शाह ने डायमंड हार्बर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की योजनाओं के नाम बदल दिये और उन्हें राज्य सरकार की योजनाएं बता रही हैं। जन धन योजना के तहत केंद्र सरकार की दो रुपये प्रति किलोग्राम चावल की योजना को बंगालसरकार अपनी योजना बता रही है, जबकि केंद्र सरकार ने इस बाबत 27 रुपये प्रति किलो सब्सिडी दे रही है।


दीदी ने एरकमुश्त इन आरोपों का जवाब देते हुए आज भी बेहद आक्रामक तेवर अपनाया है।इसी सिलसिले में 24 घंटे की खबर हैः

'চোর বললে গায়ে লাগে', অ্যাটাকিং মেজাজে মমতা

ওয়েব ডেস্ক: ষষ্ঠদফা ভোটের আগেঅ্যাটাকিং মেজাজে মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়।  সরাসরি অভিযোগ তুললেন সিপিএম, কংগ্রেস , বিজেপি আঁতাঁতের। বেহালার সভায় বললেন,অন্যায় করলে  চড় খেতে রাজি তিনি। তবে চোর অপবাদ সহ্য করবেন না।


'চোর বললে গায়ে লাগে'

কখনও সারদা, কখনও নারদ। ভোটপ্রচারে তৃণমূলের বিরুদ্ধে দুর্নীতিকেই হাতিয়ার করছে বিরোধীরা। মহেশতলা আর বেহালার  প্রচারে গিয়ে দুর্নীতি নিয়ে সিপিএম, কংগ্রেস বিজেপিকে পাল্টা বিঁধলেন তৃণমূলনেত্রী।

মমতার পাল্টা তোপ

তৃণমূলে নেত্রীর তোপ, অজানা সূত্রের আয় নিয়ে জবাব দিতে না পেরেই নারদ ইস্যু খুঁচিয়ে তুলছে বিরোধীরা।

অভিযোগ আঁতাঁতের

তৃণমূলে নেত্রীর অভিযোগ তৃণমূলকে রুখতে এক হয়েছে সিপিএম-কংগ্রেস-বিজেপি।

इसी बीच आनंदबाजार की खबरें हैंः


হালিশহরের সেই শিশুটির পাশে দাঁড়ালেন দীনেশ, অস্বস্তি বাড়ল তৃণমূলের

রাজ্যে বিধানসভা ভোটপর্ব চলার মধ্যেই তৃণমূল কংগ্রেসকে কিছুটা অস্বস্তিতে ফেলে দিলেন দলের এক সাংসদ দীনেশ ত্রিবেদী।



আত্মবিশ্বাস হারাচ্ছেন মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়?

নির্বাচন কমিশনের উদ্দেশে চ্যালেঞ্জের সুরটা বেঁধে দিয়েছিলেন নিজেই। সোমবার তিনিই বেঁধে দিয়েছিলেন। মঙ্গলবার তাকে আরও চড়া করলেন মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়।

সম্পাদকের পছন্দ

পুলিশ নিরপেক্ষ হতেই দিদির মুখে ভূতের নাম

বুকে ব্যথা নিয়ে মদন ফের ভর্তি পিজিতে

হাওড়ায় ছাপ্পা নিয়ে রিপোর্ট চায় কমিশন, নেতা নির্বিকার

নতুন মন্ত্রিসভায় একজন উপমুখ্যমন্ত্রী থাকছেন, স্পষ্ট ইঙ্গিত অধীরের


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