रवींद्र का दलित विमर्श-25 विषमता की अस्पृश्यता के पुरोहित तंत्र के विरुद्ध...
रवींद्र का दलित विमर्श-25विषमता की अस्पृश्यता के पुरोहित तंत्र के विरुद्ध समानता और न्याय की आवाज ही रवींद्र रचनाधर्मिता है।."এ দুর্ভাগা দেশ হতে হে মঙ্গলময় /দূর করে দাও তুমি সর্ব তুচ্ছ ভয়-/ লোক ভয়,...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-26 राजसत्ता धर्म सत्ता में तब्दील यूरोप का मध्यकालीन...
रवींद्र का दलित विमर्श-26राजसत्ता धर्म सत्ता में तब्दीलयूरोप का मध्यकालीन बर्बर धर्मयुद्ध भारत के वर्तमान और भविष्य का सामाजिक यथार्थ।राजसत्ता,धर्मसत्ता,राष्ट्रवाद और शरणार्थी समस्या के संदर्भ में...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-27 ताशेर देशःमनुस्मृति व्यवस्था के फासीवाद पर तीखा...
रवींद्र का दलित विमर्श-27ताशेर देशःमनुस्मृति व्यवस्था के फासीवाद पर तीखा प्रहारनर्मदा बांध विरोधी आंदोलन के खिलाफ दैवी सत्ता का आवाहन ,हिटलर की आर्य विशुद्धता का सिद्धांत और नरहसंहार कार्यक्रमपलाश...
View ArticleRacist fascism would ban Ashoka Chakra soner or later as it does not...
Racist fascism would ban Ashoka Chakra soner or later as it does not represent Vedic History or religion!Bengal celebrates Mahishasur Utsav at large level and RSS opposes as it has been trying to brand...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-28 अंधेर नगरी में सत्यानाश फौजदार का राजकाज! जहाँ न...
रवींद्र का दलित विमर्श-28अंधेर नगरी में सत्यानाश फौजदार का राजकाज!जहाँ न धर्म न बुद्धि नहिं, नीति न सुजन समाज।ते ऐसहि आपुहि नसे, जैसे चौपटराज॥रवींद्र प्रेमचंद के बाद निशाने पर भारतेंदु? क्या वैदिकी...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-29 हिंदू राष्ट्र सिर्फ संघ परिवार का कार्यक्रम नहीं...
रवींद्र का दलित विमर्श-29हिंदू राष्ट्र सिर्फ संघ परिवार का कार्यक्रम नहीं है।मनुस्मृति विधान बहाली की सत्ता वर्ग और वर्ण की सारी ताकतें ईस्ट इंडिया कंपनी के राज के समय से सक्रिय हैं।चैतन्य महाप्रभू के...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-30 गंगा और नर्मदा की मुक्तधारा को अवरुद्ध करने वाली...
रवींद्र का दलित विमर्श-30गंगा और नर्मदा की मुक्तधारा को अवरुद्ध करने वाली दैवीसत्ता का फासिज्म आदिवासियों और किसानों के खिलाफसामाजिक विषमता के खिलाफ मनुस्मृतिविरोधी लड़ाई को खत्म करना ही...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-31 बांग्लादेश में रवींद्र और शरत को पाठ्यक्रम से बाहर...
रवींद्र का दलित विमर्श-31बांग्लादेश में रवींद्र और शरत को पाठ्यक्रम से बाहर निकालने के इस्लामी राष्ट्रवाद खिलाफ आंदोलन तेजहमारे यहां शिक्षा और इतिहास के हिंदुत्वकरण के खिलाफ सन्नाटाकट्टरपंथ के खिलाफ...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-32 देवी नहीं है,कहीं कोई देवी नहीं है। विसर्जनःदेवता...
रवींद्र का दलित विमर्श-32देवी नहीं है,कहीं कोई देवी नहीं है।विसर्जनःदेवता के नाम मनुष्यता खोता मनुष्यদেবতার নামেমনুষ্যত্ব হারায় মানুষपलाश विश्वासवैसे भी धर्मोन्मादी राष्ट्रवाद की सुनामी के मध्य...
View Articleरवींद्र का दलित विमर्श-33 वंदेमातरम् की मातृभूमि अब विशुद्ध पितृभूमि है। जहां...
रवींद्र का दलित विमर्श-33वंदेमातरम् की मातृभूमि अब विशुद्ध पितृभूमि है।जहां काबूलीवाला जैसा पिता कोई नहीं है।काबूलीवाला,मुसलमानीर गल्पो और आजाद भारत में मुसलमानरवींद्रनाथ की कहानियों में सतह से उठती...
View Articleशंबूक हत्या,सीता की अग्निपरीक्षा और उनका वनवास,उत्तर कांड हटाकर रामजी का...
शंबूक हत्या,सीता की अग्निपरीक्षा और उनका वनवास,उत्तर कांड हटाकर रामजी का शुद्धिकरण जनविमर्श का जन आंदोलनः साहित्य,कला,माध्यम,विधाओं को सत्ता के शिकंजे से रिहा कराना सत्ता परिवर्तन से बड़ी चुनौती है जो...
View Articleखोज रहा हूं खोया हुआ गांव,मैदान,पहाड़,अपना खेत।अपनी माटी। पलाश विश्वास
खोज रहा हूं खोया हुआ गांव,मैदान,पहाड़,अपना खेत।अपनी माटी।पलाश विश्वासhttps://www.facebook.com/palashbiswaskl/videos/vb.100000552551326/1919932074701859/?type=2&theaterखोज रहा हूं खोया हुआ...
View Articleसबकुछ निजी हैं तो धर्म और धर्मस्थल क्यों सार्वजनिक हैं?वहां राष्ट्र और...
सबकुछ निजी हैं तो धर्म और धर्मस्थल क्यों सार्वजनिक हैं?वहां राष्ट्र और राजनीति की भूमिका क्यों होनी चाहिए?किताबों,फिल्मों पर रोक लगाने के बजाये प्रतिबंधित हो सार्वजनिक धर्मस्थलों का निर्माण!जनहित में...
View Articleमंदिर मस्जिद विवाद से देश में कारपोरेट राज बहाल तो जाति युद्ध से जनसंख्या...
मंदिर मस्जिद विवाद से देश में कारपोरेट राज बहाल तो जाति युद्ध से जनसंख्या सफाये का मास्टर प्लान!पद्मावती विवाद का तो न कोई संदर्भ है और न प्रसंग।यह मुकम्मल मनुस्मृति राज का कारपोरेट महाभारत...
View Articleबाजार के चमकते दमकते चेहरों के मुकाबले किसी अशोक मित्र का क्या भाव? पलाश विश्वास
बाजार के चमकते दमकते चेहरों के मुकाबले किसी अशोक मित्र का क्या भाव?पलाश विश्वासमई दिवस को जनता के अर्थशास्त्री डा.अशोक मित्र का 9.15 पर निधन हुआ। प्राध्यापक इमानुल हक की फेसबुक पोस्ट से दस बजे के करीब...
View Articleमहाश्वेता देवी के धनबाद के दो घनिष्ठ लोगः कामरेड एके राय और मैं
महाश्वेता देवी के धनबाद के दो घनिष्ठ लोगः कामरेड एके राय और मैंपलाश विश्वाससत्ताइस साल कोलकाता और बंगाल में बिताने के बाद मैं उत्तराखंड की तराई के दिनेशपुर रूद्रपुर इलाके में अपने गांव वापस जा रहा...
View Articleप्रेरणा अंशु किसान,गांव,प्रकृति और पर्यावरण पर विमर्श की पत्रिका है ताकि...
प्रेरणा अंशु के संस्थापक संपादक और मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत मास्टर प्रताप सिहं के सपनों और आदर्सों के मुताबिक प्रेरणा अंशु किसान,गांव,प्रकृति और पर्यावरण पर विमर्श की पत्रिका है ताकि...
View Articleअब बंगाल में या अन्यत्र वर्चस्ववादी,पाखंडी वामपंथी अपना वजूद बनाने के लिए...
अब बंगाल में या अन्यत्र वर्चस्ववादी,पाखंडी वामपंथी अपना वजूद बनाने के लिए संघियों के साथ सरकार भी बना ले तो मुझे कम से कम ताज्जुब नहीं होगा।पलाश विश्वासबंगाल में पंचायत चुनावों में वामपंथियों ने सीटों...
View Articleरवींद्र विमर्श को कितने लोग समझते हैं,रवींद्र को कितने लोग जानते हैं? पलाश...
रवींद्र विमर्श को कितने लोग समझते हैं,रवींद्र को कितने लोग जानते हैं?पलाश विश्वासPartha Banerjee21 hrs · I was with religious fanatics for many years. In fact, I was one of them. They don't understand...
View Articleअफसोस,शिवराम और महेंद्र नेह भी पार्टी से निकाल दिये गये और कामरेडों ने उन्हें...
अफसोस,शिवराम और महेंद्र नेह भी पार्टी से निकाल दिये गये और कामरेडों ने उन्हें सव्यसाची के साथ भुला दिया। पलाश विश्वासआदरणीय जगदीश्वर चतुर्वेदी ने जनवादी लेखक संघ की कथा बांची है और इसपर प्रतिक्रियाओं...
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